Munawwar Rana : Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai | मुनव्वर राना : मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है


Munawwar Rana : Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai | मुनव्वर राना : मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है Munawwar Rana : Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai | मुनव्वर राना : मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है  मुनव्वर राना : मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है  मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है हुकूमत के इशारे पे तो मुर्दा बोल सकता है  यहाँ पर नफ़रतों ने कैसे कैसे गुल खिलाये हैं लुटी अस्मत बता देगी दुपट्टा बोल सकता है  हुकूमत की तवज्जो चाहती है ये जली बस्ती अदालत पूछना चाहे तो मलबा बोल सकता है  कई चेहरे अभी तक मुँहज़बानी याद हैं इसको कहीं तुम पूछ मत लेना ये गूंगा बोल सकता है  बहुत सी कुर्सियाँ इस मुल्क में लाशों पे रखी हैं ये वो सच है जिसे झूठे से झूठा बोल सकता है  सियासत की कसौटी पर परखिये मत वफ़ादारी किसी दिन इंतक़ामन मेरा गुस्सा बोल सकता है   ___________ Munawwar Rana : Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai Hukumat ke ishaare pe to murda bol sakta hai  Yahaan par nafraton ne kaise kaise gul khilaye hain Luti asmat bataa degi, dupattaa bol sakta hai  Hukuumat ki tavajjo chahti hai, ye jali basti Adaalat poochhna chaahe to malba bol sakta hai  Kai chehre abhi tak munh-zabani yaad hain isko Kahiin tum pooch mat lena ye goonga bol sakta hai  Adaalat mein gawaahi ke liye laashen nahii aateen Wo aankhen bujh chukee hain phir bhi chashma bol sakta hai  Bahut si kursiyan is mulk mein laashon pe rakhi hain Ye vo sach hai jise jhoote se jhoota bol sakta hai  Siyaasat ki kasauti par parakhiye mat vafadari Kisi din inteqaaman mera Gussa bol saktaa munawwar rana shayari munawwar rana shayari hindi munawwar rana shayari on maa munawwar rana rekhta munawwar rana poetry munawwar rana shayari hindi maa मुनव्वर राणा munawwar rana latest news munawwar rana maa munawwar rana ka sher मुनव्वर राणा शायरी मुनव्वर राना इंडिया munawwar rana shayari in hindi munawwar.rana मुनव्वर राना एनडीटीवी munawwar rana on maa मुनव्वर राना कवि सम्मेलन मुनव्वर राना की बेटी मुनव्वर राना कवि मुनव्वर राना कविता मुनव्वर राणा गायक मुनव्वर राना के गाने मुनव्वर राना का गाना मुनव्वर राना जीवनी मुनव्वर राना का जीवन परिचय munawwar rana in hindi munawwar rana in pakistan munawwar rana in dubai munawwar rana in urdu munawwar rana in मुनव्वर राणा in english मुनव्वर राना दुबई मुनव्वर राना नरेंद्र मोदी मुनव्वर राना पोएट्री मुनव्वर राना फिल्म मुनव्वर राना बायोग्राफी मुनव्वर राना मोरारी बापू मुनव्वर राना भर्ती मुनव्वर राना भोपाल मुनव्वर राना भजन मुनव्वर राना माँ की कविता munawwar rana shayari maa मुनव्वर राना यूट्यूब मुनव्वर राना राहत इंदौरी मुनव्वर राना लेखक munawwar rana वीडियो मुनव्वर राना वीडियो मुनव्वर राना शाहदाबा मुनव्वर राना शायरी वीडियो मुनव्वर राना साहब की शायरी मुनव्वर राना सोनिया गांधी मुनव्वर राना हिंदी munawwar rana ghazal मुनव्वर राना २ लाइन शायरी munawwar rana 2020 munawwar rana 2019 munawwar rana 2018 munawwar rana 2017 munawwar rana 2016 munawwar rana 2015 मुनव्वर राना 2020 munawwar rana latest mushaira

मुनव्वर राना : मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है


मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है
हुकूमत के इशारे पे तो मुर्दा बोल सकता है

यहाँ पर नफ़रतों ने कैसे कैसे गुल खिलाये हैं
लुटी अस्मत बता देगी दुपट्टा बोल सकता है

हुकूमत की तवज्जो चाहती है ये जली बस्ती
अदालत पूछना चाहे तो मलबा बोल सकता है

कई चेहरे अभी तक मुँहज़बानी याद हैं इसको
कहीं तुम पूछ मत लेना ये गूंगा बोल सकता है

बहुत सी कुर्सियाँ इस मुल्क में लाशों पे रखी हैं
ये वो सच है जिसे झूठे से झूठा बोल सकता है

सियासत की कसौटी पर परखिये मत वफ़ादारी
किसी दिन इंतक़ामन मेरा गुस्सा बोल सकता है


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Munawwar Rana : Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai

Main dahshatgard tha, marne pe beta bol sakta hai
Hukumat ke ishaare pe to murda bol sakta hai

Yahaan par nafraton ne kaise kaise gul khilaye hain
Luti asmat bataa degi, dupattaa bol sakta hai

Hukuumat ki tavajjo chahti hai, ye jali basti
Adaalat poochhna chaahe to malba bol sakta hai

Kai chehre abhi tak munh-zabani yaad hain isko
Kahiin tum pooch mat lena ye goonga bol sakta hai

Adaalat mein gawaahi ke liye laashen nahii aateen
Wo aankhen bujh chukee hain phir bhi chashma bol sakta hai

Bahut si kursiyan is mulk mein laashon pe rakhi hain
Ye vo sach hai jise jhoote se jhoota bol sakta hai

Siyaasat ki kasauti par parakhiye mat vafadari
Kisi din inteqaaman mera Gussa bol saktaa hai

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